आरएसएस भी हनी ट्रैप मामला उजागर होने के बाद चौकन्ना,पड़ताल के लिए टीम बनाई

आरएसएस भी हनी ट्रैप मामला उजागर होने के बाद चौकन्ना,पड़ताल के लिए टीम बनाई
मध्यप्रदेश में हनी ट्रैप हनी ट्रैप मामले के उजागर होने के बाद कई बीजेपी राजनेताओं के इसमें लिप्त होने की खबरों के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ  इस मामले में चौकन्ना हो गया है और उसने पूरे मामले में एक टीम गठित कर पूरी रिपोर्ट तलब की है।
  अरूण कुमार,अरूण जैन,अशोक सोहनी और दीपक विस्पुते करेंगे जांच
इंदौर। हनी ट्रैप मामले में भाजपा नेताओं के नाम आने से भाजपा का पालक संगठन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चिंतित हो गया है। सूत्रों के अनुसार संघ ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए अपनी मध्यक्षेत्र इकाई से रिपोर्ट तलब की है। 
संघ के सरकार्यवाह मुख्यालय केशवकुंज ने इस मामले की जांच के लिए अपने चार वरिष्ठ पदाधिकारियों को विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा है।
  संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरूण कुमार,अखिल भारतीय सहप्रचारक प्रमुख अरूण जैन,मध्यक्षेत्र के   क्षेत्र संघचालक अशोक सोहनी और क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते इस मामले की पड़ताल करेंगे।
  प्रारंभिक जानकारी के अनुसार हनी ट्रैप मामले में फंसे अधिकांश संघ से जुड़े पदाधिकारी संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी द्वारा प्रमोट किए हुए नेता हैं। 
  सूत्रों का यह भी कहना है लंबे अर्से तक लूप लाइन में रखने के बाद भाजपा ने अरविंद मेनन को पश्चिम बंगाल का प्रदेश सहप्रभारी सहकार्यवाह सुरेश सोनी की सलाह पर ही बनाया है। 
जबकि संघ का एक वर्ग श्री मेनन को भाजपा की मुख्यधारा में लाने का विरोधी था।
 संघ की ओर से जांच करने वाले अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरूण कुमार अत्यंत तेज तरार्र और डॉयनमिक प्रचारक माने जाते हैं। उनका मुख्यालय अरेरा कॉलोनी स्थित समिधा में है। जबकि अरूण जैन करीब 6 वर्षों तक मध्यक्षेत्र इकाई के क्षेत्र प्रचारक रहे हैं।
  सूत्रों के अनुसार संघ  इनमें से कतिपय विवादास्पद नेताओं को  पहले ही लूप लाइन में डाल चुका है। त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल प्रो.कप्तानसिंह सोलंकी एक बार फिर से राज्यपाल बनाना चाहते थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया।
    स्व.बाबूलाल गौर को समिधा की रिपोर्ट के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने मंत्रिपरिषद से त्यागपत्र देने पर विवश किया था। कतिपय महिला नेताओं को महिला मोर्चे में ऊंचे पद दिलाने के मामले में प्रदेश संगठन महामंत्री पद से अप्रैल 2016 में अरविंद मेनन की भी छुट्टी हो चुकी है। रीवा,जबलपुर और सागर संभाग को मॉनीटर कर रहे प्रदेश सहसंगठन महामंत्री अतुल रॉय को इसी वर्ष फरवरी में हटाया गया था।जबकि करीब डेढ़ माह पूर्व उज्जैन के संभागीय संगठन मंत्री प्रदीप जोशी को भी इसी तरह का विवाद सामने आने पर  हटाया गया था।  
    सूत्रों से यह भी पता चला है कि हनी ट्रैप मामले में प्रदेश भाजपा के दो संभागीय संगठन मंत्री भी संदेह के घेरे में हैं।संघ की नाराजगी सामने आने के बाद प्रदेश भाजपा के अनेक दिग्गजों को सांप सूंघ गया है पार्टी आलाकमान का निर्देश है कि इस संबंध में पार्टी के प्रवक्ता कोई भी बयान ना दें।