राज्य स्तरीय आर्थोपेडिक कांफ्रेंस सम्पन्न,तीन दिनों में 353 अस्थि रोग विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा, 65 देश के नामी विशेषज्ञ हुए शामिल - समापन अवसर पर सर्वोत्तम शोध कार्यों के लिए किया सम्मानित

राज्य स्तरीय आर्थोपेडिक कांफ्रेंस सम्पन्न,तीन दिनों में 353 अस्थि रोग विशेषज्ञों ने लिया हिस्सा,
65 देश के नामी विशेषज्ञ हुए शामिल - समापन अवसर पर सर्वोत्तम शोध कार्यों के लिए किया सम्मानित
उज्जैन। उज्जैन आर्थोपेडिक सोसायटी एवं एम.पी. चैप्टर आई.ओ.ए. के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राज्य स्तरीय आर्थोपेडिक कांफ्रेंस का रविवार को समापन हुआ। तीन दिनों में कांफ्रेंस में देशभर के 353 अस्थि रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया जिसमें से 65 विशेषज्ञ देश के नामी- गिरामी विशेषज्ञ थे। अस्थि रोग की स्नातकोत्तर शिक्षा में सर्वोत्तम शोध कार्य पर भोपाल के डाॅ.अभिषेक को स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। असिस्टेंट सर्जन श्रेणी में डाॅ. प्रदीप तिवारी (ग्वालियर) को स्वर्ण पदक दिया गया। द्वितीय पुरस्कार डाॅ. स्वप्निल वैद्य (इंदौर), फ्री पेपर श्रेणी में डाॅ. प्रशांत उपाध्याय (इंदौर) को स्वर्ण पदक मिला। डाॅ. मनीष बैरागी ग्वालियर (द्वितीय), तृतीय पुरस्कार प्रणव महाजन (उज्जैन) को प्राप्त हुआ। ग्वालियर के डाॅ. आर.के.एस. धाकड़ ने निर्वृतमान अध्यक्ष डाॅ. आर.के. जैन से पदभार ग्रहण किया। इंदौर रोड़ स्थित अंजू श्री होटल के मृदंग हाॅल एवं सितार हाॅल में संचालित हुए वैज्ञानिक सत्रों में डाॅ. एम.वी.पी प्रसाद (खम्मम) ने अपने शोध पत्र में चोट लगने के पश्चात हड्डी में हुई विकृतियों को ठीक करने के बारे में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. अशोक तिवारी (कोटा) ने फिमर अस्थि के फ्रेक्चर के बारे में इम्पलांट पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. विवेक वर्मा (नई दिल्ली) ने हड्डी के कैंसर के कारण उत्पन्न हुई हड्डियों की विकृति के बारे में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. आलोक अग्रवाल (रायपुर) ने अस्थि रोग के कैंसर के बारे में शोध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. सुनील कुलकर्णी (मिरज) ने फिमर अस्थि के फ्रैक्चर के बारे में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. किरण पटेल (आणंद) ने कंधे की चोट के बारे में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. मुकेश लड्ढा (नागपुर) ने ह्यूमरस अस्थि के जटिल फ्रैक्चरों के बारे में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। डाॅ. रेहान उल हक (नई दिल्ली) ने अस्थि रोग चिकित्सा विज्ञान में डिजीटल टेक्नोलाॅजी के बारे में अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। दो सत्रों में कुल 120 शोध पत्र प्रस्तुत हुए। वैज्ञानिक सत्रों के समापन के बाद कांफ्रेंस समापन समारोह आयोजित हुआ जिसमें डाॅ. आर.के. जैन , अध्यक्ष (एम.पी.आई.ओ.ए), डाॅ. साकेत जती, सचिव (एम.पी.आई.ओ.ए), डाॅ. जितेन्द्र भटनागर,आयोजन अध्यक्ष ने कांफ्रेंस के बारे में अपने विचार व्यक्त किये। डाॅ. विवेक सिंह ,अध्यक्ष (वैज्ञानिक समिति) ने कांफ्रेंस के आयोजन के बारे में 'प्रारंभ से लेकर अंत तक' पर प्रकाश डाला। डाॅ. महेश मरमट, डाॅ. अजय खरे, डाॅ. विवेक सिंह, डाॅ. हेमंत जीनवाल, डाॅ. आशीष पाटीदार को इस कांफ्रेंस में विशिष्ट कार्य के लिए स्वर्ण पदकों से नवाजा गया। आभार आयोजन सचिव डाॅ.अजय खरे ने माना। यह जानकारी मीडिया प्रभारी एवं अस्थि रोग विशेषज्ञ डाॅ. महेश मरमट ने दी।