श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी पर हजारों भक्तों ने किया सिद्धवट पर दुग्धाभिषेक,मोक्षदायनी शिप्रा पर भी डुबकी लगाकर किया श्राद्ध तर्पण 

श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी पर हजारों भक्तों ने किया सिद्धवट पर दुग्धाभिषेक,मोक्षदायनी शिप्रा पर भी डुबकी लगाकर किया श्राद्ध तर्पण
 उज्जैन- श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी आज  प्रसिद्ध तीर्थ सिद्धवट पर अपने पितरों की आत्मा शांति के लिए तड़के से ही श्रद्धालुओं का दुग्धाभिषेक करने का सिलसिला शुरू हो गया था। भगवान सिद्धवट पर इन्होंने अपने पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए दूध चढ़ाया एवं समस्त पितरों के आत्म शांति के लिए हजारों भक्तजनो ने श्राद्ध तर्पण भी किया।
    पंडित सुरेन्द्र चतुर्वेदी ने बताया कि  शनिवार को  कई वर्षों बाद सर्वपितृ अमावस्या पर  शनिश्चरी अमावस का योग भी बना है  इस कारण भी इस सर्व पितरों अमावस का विशेष महत्व  पितरों की शांति के लिए है आज तड़के 4:00 बजे से भगवान  सिद्ध वट मंदिर के पट खोले गये तथा सर्वप्रथम सिद्धवट मंदिर के पुजारी गण सर्वश्री पंडित सुधीर चतुर्वेदी पंडित गोपाल कृष्ण पुजारी ओम प्रकाश चतुर्वेदी पंडित राजेश चतुर्वेदी पंडित दिनेश चतुर्वेदी उपेंद्र पुजारी अरविंद चतुर्वेदी पंडित  राघवेंद्र चतुर्वेदी शिवम पुजारी नीरज चतुर्वेदी एवं समस्त पुजारी मंडली समस्त भक्तों के पूर्वजों की आत्मा शांति के लिए तथा जनकल्याण एवं सृष्टि कल्याण के लिए भगवान सिद्धवट के पूजन अर्चन के पश्चात मंदिर प्रशासन द्वारा रखे गए निर्धारित पात्र में दूध द्वारा भगवान सिद्धवट  का दुग्ध अभिषेक संपन्न किया उसके पश्चात से सभी भक्तगण भगवान से अपने पूर्वजों की एवं पितरों की आत्मा शांति के लिए दुग्ध अभिषेक का सिलसिला  तड़के 4:00 बजे से प्रारंभ होकर हुआ दुग्ध चढ़ाने के लिए लोगों की लंबी कतारें सिद्धवट मंदिर पर लगी रही जो भगवान  कि शयन आरती रात्रि 9:00 बजे तक भक्त दुग्ध अभिषेक करते रहे।
     उन्होंने कहा कि कल 28 सितंबर को शनिश्चरी एवं सर्वपितृ अमावस्या होने के कारण श्रद्धालुओं का अत्यधिक दबाव रहेगा इसलिए  जिला एवं पुलिस प्रशासन से पुलिस बल इंतजाम यातायात व्यवस्था एवं पार्किंग व्यवस्था तथा नगर पालिका निगम उज्जैन से  विद्युत व्यवस्था सुचारू बनाए जाने का अनुरोध किया है।
     इधर श्राद्ध पक्ष की चतुर्दशी होने से मोक्षदायनी शिप्रा तट पर हजारों की संख्या में बाहर से आए श्रद्धालुओं ने शिप्रा में डुबकी लगाकर अपने पितरों की आत्म शांति के लिए श्राद्ध तर्पण किया।इसी तरह गयाकोट पर भी श्रद्धालु अपने पितरों की आत्मशांति और खुशहाली के श्राद्ध तर्पण कर रहे ।