अब आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग,कांतिलाल भूरिया भी रेस में शामिल
भोपाल।मध्यप्रदेश में झाबुआ उपचुनाव जीतने के बाद कमलनाथ सरकार मजबूती के साथ अपने कदम आप आगे बढ़ा रही है पीसीसी अध्यक्ष का मामला अभी खटाई में पड़ा हुआ था।परंतु अब कमलनाथ सरकार के बहुमत में आने के साथ ही ये कयास लगाए जा रहे की पीसीसी अध्यक्ष का मामला अब गति पकड़ेगा इसी बीच प्रदेश के मंत्री सज्जन वर्मा ने आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कांतिलाल भूरिया का नाम सुझाते हुए कहा है कि सत्ता और संगठन में उनके आने से बेहतर समन्वय हो पायेगा।
कभी मध्य प्रदेश में आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग जोर पकड़ती थी । अब मध्य प्रदेश में आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ भी सहमत होंगे क्योंकि प्रदेश 31 आदिवासी विधायक हैं ।पूर्व मैं भी आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए जाने की मांग समय-समय पर की जाती रही है।झाबुआ उपचुनाव की वजह से प्रदेश अध्यक्ष का मामला ठंडे बस्ते में पड़ा हुआ था। परंतु झाबुआ उपचुनाव में कांग्रेस की शानदार जीत के बाद एक बार फिर प्रदेश अध्यक्ष का मामला गरम हो गया है ।
लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने झाबुआ विधायक और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे पहले इस पद पर रह चुके हैं। इससे सत्ता और संगठन का समन्वय भी बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सबसे ज्यादा 31 विधायक आदिवासी हैं। और प्रदेश में हमेशा आदिवासी मुख्यमंत्री बनाने की मांग की जाती रही है।
इधर झाबुआ जीत के साथ ही कमलनाथ अब सत्ता ओर संगठन से जुड़े फैसले शीघ्र ही लेने वाले है।निगम मण्डल अध्यक्षों के लिए भी कवायद शुरू हो गई है।ऐसे प्रदेश अध्यक्ष का मामला भी पिछले काफी समय से लटका हुआ है।सिंधिया समर्थक मंत्रियों ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के लिए मजबूती से प्रदेश में अलख जगाया था । प्रदेश अध्यक्ष की रेस में सिंधिया के अलावा दिग्विजय सिंह भी है ।अब उनके बाद अब एक और नाम कांतिलाल भूरिया का भी रेस में जुड़ गया है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस हाईकमान प्रदेश अध्यक्ष के मसले को किस तरह से निपटाता है।
अब आदिवासी प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने की मांग,कांतिलाल भूरिया भी रेस में शामिल