देश की वित्तमंत्री के पति ने दी मोदी सरकार को नसीहत, बोले नरसिम्हा राव की नीतियां अपना ले तो हालात पटरी पर आ सकते 

देश की वित्तमंत्री के पति ने दी मोदी सरकार को नसीहत, बोले नरसिम्हा राव की नीतियां अपना ले तो हालात पटरी पर आ सकते
देश के वित्त मंत्री सीतारमण के पति ने एक आलेख में पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव एवं मनमोहन सिंह की आर्थिक ढाचे को अपनाने की नसीहत देते हुए कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री राव बने तब देश के आर्थिक हालात काफी खराब थे किस तरह उन्होंने अपने वित्तमंत्री मनमोहन सिंह ने मिलकर देश के आर्थिक हालात को मंदी से उबारा था।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण के पति ख्यात बुद्धिजीवी,अर्थशास्त्री होने के साथ वह कलम से भी अपने राजनीतिक टिप्पणियों के हुनर दिखाते रहते है।उनके पति प्रभाकर ने एक अंग्रेजी अखबार में लेख लिखकर मोदी सरकार को पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह की तरफ से अपनाए गए आर्थिक मॉडल को 'गले लगाने' की सलाह दी है।प्रभाकर ने अपने लेख में साल 1991 में बिगड़ी अर्थव्यवस्था के उदारीकरण का भी जिक्र किया है।
  आर्थिक ओर सामाजिक मानक के जानकार परकला प्रभाकर ने संचार सलाहकार के रूप में भी काम किया है। जुलाई 2014 ओर जून 2018 के बीच सरकार में कैबिनेट की रैंक हासिल करने वाले प्रभाकर ने कहा है कि बीजेपी अपनी स्थापना के बाद से खुद कोई आर्थिक ढांचे का प्रस्ताव नहीं ला पाई। वह सिर्फ नेहरूवादी आर्थिक ढांचे की आलोचना करती रही है। उन्होंने कहा बीजेपी ने हमेशा 'यह नहीं-यह नहीं' की नीति को अपनाया। जबकि उसकी अपनी नीति क्या थी, उसके बारे में कभी कुछ नहीं कहा।
   प्रभाकर ने आगे कहा बीजेपी का वर्तमान नेतृत्व शायद इससे अवगत है।तभी चुनावों के दौरान पार्टी ने इस बात का ध्यान रखा कि वह अर्थव्यवस्था को लेकर जनता के बीच कुछ नहीं बोले ओर कुछ भी पेश न करे।इसके स्थान पर पार्टी ने बुद्धिमानी से, एक राजनीतिक, राष्ट्रवादी और देश की सुरक्षा का मंच चुना।
प्रभाकर ने कहा कि बीजेपी ने नरसिम्हा राव सरकार की नीतियों को न तो खारिज किया और न ही उसे भी चुनौती दी।उन्होंने कहा अगर सरकार उनकी नीतियों को अपना ले तो अभी भी पीएम मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने में मदद मिल सकती