कालिदास समारोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भव्यता एवं व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये ,आमजन की सहभागिता भी इसमें बेहद जरूरी  -मंत्री डॉ.साधौ

कालिदास समारोह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भव्यता एवं व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये ,आमजन की सहभागिता भी इसमें बेहद जरूरी  -मंत्री डॉ.साधौ
 उज्जैन 23 अक्टूबर। बुधवार को मध्य प्रदेश शासन की संस्कृति मंत्री डॉ.विजयलक्ष्मी साधौ की अध्यक्षता में कालिदास संस्कृत अकादमी के सभाकक्ष में अखिल भारतीय कालिदास समारोह की स्थानीय समिति की बैठक सम्पन्न हुई। मंत्री डॉ.साधौ ने इस अवसर पर कहा कि कालिदास समारोह की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर भव्यता को बनाये रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। आमजन की सहभागिता इसमें बेहद जरूरी है। कालिदास समारोह का व्यापक प्रचार-प्रसार किये जाने की आवश्यकता है। उज्जैन की जनता को इसमें विशेष सहभागिता करनी होगी, तभी व्यापक स्तर पर यह आयोजन सम्पन्न हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के प्रयासों से हम प्रदेश में एक अच्छा सांस्कृतिक वातावरण बनायेंगे। अखिल भारतीय कालिदास समारोह बहुत बड़े पैमाने पर उज्जैन में आयोजित किया जाता रहा है।
 कालिदास समारोह की समिति बनाने के पीछे उद्देश्य यह था कि हर व्यक्ति की इसमें सहभागिता हो सके। इस समारोह में विभिन्न विचारधाराओं का समागम होना चाहिये। सर्वधर्म समभाव विचार धाराओं का समावेश होना चाहिये। मध्य प्रदेश अनेक संस्कृतियों का प्रदेश है। यहां मालवी, निमाड़ी, बुंदेलखंडी आदि अनेक संस्कृतियां हैं। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि ऐसे प्रदेश के निवासी हैं। प्रदेश में समस्त विचारधाराओं का समावेश और संवर्धन हो, यही मध्य प्रदेश शासन का प्रयास है। पिछले वर्ष चुनाव के कारण समारोह का आयोजन नहीं हो सका था। इस वर्ष 8 नवम्बर से पुन: हम वृहद स्तर पर अखिल भारतीय कालिदास समारोह आयोजित करेंगे।
 समिति की बैठक में बड़नगर के विधायक श्री मुरली मोरवाल, घट्टिया के विधायक श्री रामलाल मालवीय, तराना के विधायक श्री महेश परमार, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री करण कुमारिया, उज्जैन उत्तर के विधायक श्री पारस जैन, उज्जैन दक्षिण के विधायक डॉ.मोहन यादव, संभागायुक्त श्री अजीत कुमार, विक्रम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बालकृष्ण शर्मा, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, पुलिस अधीक्षक श्री सचिन अतुलकर, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल, श्री मनोहर बैरागी, पं.आनन्दशंकर व्यास, पूर्व सांसद श्री सत्यनारायण पंवार एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
बैठक में समारोह के आयोजन के सम्बन्ध में सदस्यों द्वारा आवश्यक सुझाव मंत्री डॉ.साधौ के समक्ष दिये गये। विधायक श्री महेश परमार ने कहा कि आदर्श आचार संहिता से इस आयोजन को अलग रखा जाये। इस आयोजन को जन-आयोजन का स्वरूप दिया जाये। उन्होंने कार्यक्रम को जन-जन से जोड़ने के लिये आयोजन का विशेष प्रचार-प्रसार करने का सुझाव दिया।
विधायक श्री रामलाल मालवीय ने कहा कि समारोह में आमजन की अधिक से अधिक सहभागिता सुनिश्चित की जाये।
विधायक श्री पारस जैन ने कहा कि समारोह के पूर्व निकाली जाने वाली कलश यात्रा को और भव्य स्वरूप प्रदाय किया जाये। शासन और प्रशासन से जुड़े गणमान्य नागरिक इसमें शामिल हों। समारोह के आयोजन के पश्चात उसकी समीक्षा की जाये।
विधायक डॉ.मोहन यादव ने कहा कि कालिदास समारोह आयोजन समिति में प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी को सम्मिलित किया जाये।
पं.आनन्दशंकर व्यास ने कहा कि देव प्रबोधनी एकादशी से यह समारोह विधिवत प्रारम्भ होगा। समारोह के आयोजन में इसकी गरिमा का विशेष ध्यान रखा जाये। अखिल भारतीय कालिदास समारोह राष्ट्रीय स्तर का समारोह है। इसके निमंत्रण-पत्र में अंग्रेजी वर्ष के स्थान पर विक्रम संवत अंकित किया जाये। नई पीढ़ी को विशेष तौर पर इस समारोह से जोड़ा जाये, ताकि महाकवि कालिदास के बारे में उन्हें अधिक से अधिक पता चल सके। इस पर मंत्री डॉ.साधौ ने पं.व्यास को आश्वस्त किया कि मध्य प्रदेश शासन और संस्कृति विभाग का पूरा प्रयास रहेगा कि उनकी मंशा के अनुरूप समारोह का गरिमामय आयोजन किया जाये और राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी इसकी ख्याति हो।
श्री प्रकाश रघुवंशी ने कहा कि संस्कृति विद्वानों से समारोह का उद्घाटन करवाया जाये। समारोह में अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पद्मश्री, पद्मविभूषण प्राप्त कलाकारों को शामिल किया जाये। साथ ही स्थानीय कलाकारों को भी समारोह में प्राथमिकता दी जाये।
श्री सुनील जैन ने कहा कि पिछले कई वर्षों से कालिदास अकादमी में स्थाई निदेशक नहीं है, अत: यहां निदेशक नियुक्त किया जाये।
बैठक में मंत्री डॉ.साधौ ने कालिदास समारोह के उद्घाटन कार्यक्रम से लेकर समापन तक आयोजित होने वाले विभिन्न प्रस्तावित कार्यक्रमों की जानकारी प्राप्त की। साथ ही उन्होंने समिति के सदस्यों से इन कार्यक्रमों में यदि कोई बदलाव या संशोधन करना हो तो इसके सम्बन्ध में सुझाव देने के लिये कहा।
श्री ललित श्रीमाल ने कहा कि समारोह में लोक अभिरूचि के कार्यक्रम भी जोड़े जायें। भगवान महाकालेश्वर की आराधना से सम्बन्धित कार्यक्रम भी समारोह में जोड़े जायें। कालिदास समारोह में होने वाले संस्कृत नाटकों के कथानक के पेम्पलेट हिन्दी में दर्शकों को उपलब्ध करवाये जायें, ताकि उन्हें अर्थ समझने में कोई परेशानी न हो। श्री दिवाकर नातू ने कहा कि समारोह की तैयारियां सही समय पर पूर्ण की जाये।
श्री शैलेन्द्र व्यास ने कहा कि समारोह के उद्घाटन के एक दिवस पूर्व रामघाट से लेकर कालिदास अकादमी तक निकाली जाने वाली कलश यात्रा के समय में परिवर्तन किया जाये। प्रात:काल के स्थान पर इसे दोपहर में निकाला जाये, ताकि अधिक से अधिक आमजन की सहभागिता इसमें सुनिश्चित हो सके। कलश यात्रा को जितना प्रभावी बनाया जायेगा, उतना वृहद स्तर पर शहर इससे जुड़ेगा।
महाविद्यालयों में विद्यार्थियों की समितियों को भी समारोह से जोड़ा जाये। प्रदेश और देश के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों को समारोह से अवगत कराया जाये। विद्यार्थियों के शैक्षणिक दल को समारोह के दौरान यहां भ्रमण करवाया जाये। जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से सोशल नेटवर्किंग साइट पर कालिदास समारोह का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये।
श्रीमती पद्मजा रघुवंशी ने सुझाव दिया कि समारोह में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों का एक निश्चित समय निर्धारित किया जाये। युवा वर्ग को इससे अधिक से अधिक जोड़ा जाये।
कुलपति प्रो.शर्मा ने कहा कि इस वर्ष कालिदास समारोह में विश्वविद्यालय के द्वारा आयोजित की जाने वाली शोध संगोष्ठी के चार सत्र होंगे। इसके अलावा अन्तर्विश्वविद्यालयीन संस्कृत और हिन्दी वाद-विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित की जायेंगी। साथ ही प्राथमिक, माध्यमिक और उमावि स्तर के विद्यालयों के विद्यार्थियों के बीच महाकवि कालिदास पर आधारित निबंध लेखन और चित्रकला प्रतियोगिताएं आयोजित की जायेंगी।
मंत्री डॉ.साधौ ने कहा कि समारोह के सफल आयोजन के लिये विक्रम विश्वविद्यालय कालिदास संस्कृत अकादमी के साथ उचित समन्वय स्थापित कर कार्य करे।
बैठक के अन्त में मंत्री डॉ.साधौ ने कहा कि समिति की बैठक बड़े सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सम्पन्न हुई है। समिति के सदस्यों द्वारा जो सुझाव दिये गये हैं, उन्हें मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की अध्यक्षता में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय समारोह समिति के समक्ष रखा जायेगा और वृहद स्तर पर अखिल भारतीय कालिदास समारोह का आयोजन गरिमापूर्ण तरीके से किया जायेगा। मंत्री डॉ.साधौ ने बैठक में मौजूद सभी गणमान्य नागरिकों और सदस्यों का आभार व्यक्त किया।