पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह की पत्नी अमृतासिंह को लेकर कुलपति बनने की चर्चा आने के बाद दिया करारा जवाब

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह की पत्नी अमृतासिंह को लेकर कुलपति बनने की चर्चा आने के बाद दिया करारा जवाब
   रायपुर।पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृतासिंह को लेकर  राजनीतिक गलियारों में कई तरह की अटकले एवं गप्प बाजी की खबरे मीडिया में आती रहती है । उनके चुनाव लड़ने की खबरें भी मीडिया में यदाकदा आने से वह खुद हतप्रभ होती है। अब उनके रायपुर के कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय में कुलपति बनाए जाने की खबरें मीडिया के आने के बाद उन्होंने करारा जवाब दिया है।
 छत्तीसगढ़ के राजनीतिक गलियारे में कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय के कुलपति के नाम को लेकर शुक्रवार को एक ख़बर आई की मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की पत्नी अमृता सिंह को नया कुलपति बनाया जा रहा है। उनका नाम सामने आने के बाद तरह-तरह की राजनीतिक चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। जिसे अमृतासिंह ने एक सिरे से खारिज कर दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दिग्विजयसिंह राजनीतिक गुरु होने के कारण अमृतासिंह के नाम की चर्चा राजनीतिक क्षेत्रों के साथ मंत्रालय में भी छाई रही कि राज्यपाल की कुलपतियों के साथ बैठक में यह मुद्दा आया। इन चर्चाओं के बीच देर शाम अमृता सिंह ने फेसबुक पर इसे चंडूखाने की गप्प करार दिया।
अमृता ने कहा है एक खबर बहुत जोरों से चलायी गई है कि मैंने एक आवेदन दिया है और छत्तीसगढ़ के राज्यपाल से कहा है कि मुझे एक विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर बना दें। पिछले साल मैंने सुना था कि मैं तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ चुनाव लड़ने जा रही हूं।
बाद में कभी लोकसभा चुनाव, तो कभी मेयर की लाइन में भी मुझे खड़ा कर दिया गया। यहां सब कुछ होता रहता है, बस मुझे ही खबर नहीं होती कि मैं क्या करने जा रही हूं।
मध्य प्रदेश - छत्तीसगढ़ की मीडिया के ज्यादातर साथी मेरे व्यक्तिगत संपर्क में रहते हैं। अक्सर बात भी करते रहते हैं, लेकिन जाने क्यों मेरे खुद के मामलों में अंतरयामी बन जाते हैं। मैंने न कोई आवेदन किया है, न ही कोई ऐसा पद मांगने या ग्रहण करने की संभावना है। ये खबर सिर्फ और सिर्फ उस फेक दिव्यदृष्टि का कमाल है, जो तथ्य से परे गप्प गढ़ भी लेती है और प्रचारित कर भी देती है।