राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के षड्यंत्र में शामिल सावरकर को केसे दिया जा सकता भारतरत्न :दिग्विजयसिंह
महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने अपने संकल्प पत्र में वीर सावरकर को भारतरत्न दिए जाने के प्रस्ताव जिक्र किया तो भाजपा विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गई। सावरकर पर अंग्रेजों से माफी मांग का जेल से बाहर आने एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप था।क्या ऐसे लोगों को भारत रत्न दिया जाना उचित है इसको लेकर विपक्ष ने कई सवाल भाजपा पर खड़े की है
विपक्ष बीजेपी पर सवाल उठा रहा है कि भारत के इतिहास के पन्नों पर आज भी है दर्ज है कि जब भगत सिंह को फांसी की सजा हुई तब उन्होंने माफी मांगने एवं यह वचन देने से इंकार कर दिया कि वह कभी शस्त्र नहीं उठाएंगे। जबकि उसी दौर में वीर सावरकर ने अंग्रेजों से काला पानी की सजा से रिहाई के लिए माफी मांगी और जेल से रिहा हुए । नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंग्रेजो के खिलाफ तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा का शंखनाद कर रहे थे तब वीर सावरकर अंग्रेजों का साथ देकर भारत की आजादी का विरोध कर रहे थे।यह सब बातो का क्या भारतीय जनता पार्टी ने कभी ध्यान दिया है कि जो शख्स देश की आजादी के लिए लड़ रहे क्रांतिकारियों का विरोध कर अंग्रेजो का साथ दें रहा हो क्या उसे भारतरत्न दिया जाना उचित है?
इधर कांग्रेस भी बीजेपी पर सवाल उठाने में पीछे नहीं है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि वीर सावरकर के जीवन के दो पहलू थे, पहले में उनका जेल से लौटने के बाद आजादी की लड़ाई में भागीदारी और दूसरे पहलू में उनका राष्ट्रपिता की हत्या में शामिल होना।
दिग्विजयसिंह ने कहा कि दूसरे पहलू में, सावरकर का नाम महात्मा गांधी की हत्या के मामले में साजिश रचने वाले के तौर पर दर्ज किया गया था।
दिग्विजय ने कहा कि हमें भूलना नहीं चाहिए कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले षड्यंत्रकारियों की सूची में सावरकर का नाम भी था। वह तो माफी मांग कर लौट आए थे।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के षड्यंत्र में शामिल सावरकर को केसे दिया जा सकता भारतरत्न :दिग्विजयसिंह