‘आपकी सरकार, आपके द्वार’ कार्यक्रम से अब घर बैठे हल हो रही ग्रामवासियों की  समस्याए

'आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम , से अब घर बैठे हल हो रही ग्रामवासियों की  समस्याए  


हरिशंकर शर्मा
उज्जैन । मध्य प्रदेश सरकार का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम 'आपकी सरकार, आपके द्वार' अब धीरे-धीरे लोकप्रिय होने लगा है। ग्रामीणों को चलकर जिला मुख्यालय नहीं आना पड़ रहा है। घर बैठे ही समस्या का निराकरण जिले के वरिष्ठ अधिकारी ही नहीं, बल्कि जिले के प्रभारी मंत्री भी जाकर कर रहे हैं। ग्रामीणों की चाहे नामांतरण, बंटवारे की समस्या हो, रास्ते का विवाद हो, वृद्धावस्था या सामाजिक सुरक्षा पेंशन की मंजूरी का मामला हो या फिर गांव के विकास की बात हो, सभी बातें सरकार ग्रामीणों के घर-द्वार जाकर ही निराकृत कर रही है। उज्जैन जिले में चाहे ताजपुर ग्राम पंचायत हो या बलेड़ी या फिर खेड़ाखजुरिया सभी जगह ग्रामीणों को यह महसूस हो रहा है कि सरकार बदलने से अब उनके कागज (आवेदन) यूं ही नहीं पड़े रहेंगे, बल्कि एक-एक कागज का निराकरण होगा। इसी बात को रेखांकित करते हुए प्रभारी मंत्री श्री सज्जनसिंह वर्मा ने ताजपुर में कहा है कि अब लोगों को महसूस हो जायेगा कि कमल नाथ की सरकार है। एक-एक कागज का निराकरण होगा।
'आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम का खाका ही कुछ इस तरह खींचा गया है कि इन कार्यक्रमों में निरर्थक समय जाया करने की बजाय सीधे जाकर जनता से मुखातिब हुआ जाता है,  उनकी समस्याओं को सुना जाता है। आवेदनकर्ताओं के आवेदन पर यदि तत्काल निराकरण किया जाना संभव होता है तो तुरन्त ही इसका जवाब विभागीय अधिकारियों द्वारा दे दिया जाता है। प्रभारी मंत्री द्वारा जिले में आवेदनों के निराकरण की समय-सीमा 20 दिन निर्धारित कर दी गई है। 20 दिन में निराकरण कर सम्बन्धित को सूचित कर दिया जाता है। यदि आवेदन निराकरण योग्य नहीं है तो इसकी सूचना भी मोबाइल फोन पर अथवा लिखित में दी जाती है। प्रभारी मंत्री श्री वर्मा कहते हैं कि “हमारी सरकार घोषणा करके भाग जाने वाली सरकार नहीं है। पेयजल, सड़क एवं बिजली जैसी बुनियादी जरूरतें पूरी करने के लिये कटिबद्ध है।”
'आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम के आयोजन के पूर्व कलेक्टर के मार्गदर्शन में तैयारियां की जाती हैं। सभी विभागों को निर्देशित किया जाता है कि वे अपने-अपने विभाग से सम्बन्धित योजनाओं के स्टाल कार्यक्रम स्थल पर लगायें। योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी आमजन को उपलब्ध करायें तथा विभाग के सम्बन्ध में आने वाली मांग एवं शिकायतों का निराकरण कार्यक्रम स्थल पर ही करें। विगत दिनों उज्जैन प्रवास पर आये प्रदेश के मुख्य सचिव श्री सुधिरंजन मोहन्ती ने भी इस कार्यक्रम की महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा है कि जिन कामों के लिये ग्रामीणजन लम्बे समय से यहां-वहां भटकते हैं, वे काम चुटकियों में आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में निपटाये जा सकते हैं। मुख्य सचिव ने कलेक्टरों को इस सम्बन्ध में सन्देश देते हुए कहा कि राजस्व सम्बन्धी मामले यदि कार्यक्रम में त्वरित हल किये जायें तो एक कम पढ़े-लिखे ग्रामीण महिला-पुरूष के लिये इससे बड़ी उपलब्धी कोई नहीं होगी। उन्होंने कलेक्टर्स से कहा कि खुशी देखना है तो उस महिला के चेहरे पर खुशी देखें, जिसे पहली बार भू-अधिकार पुस्तिका ऐसे ही किसी कार्यक्रम में दी जाती है।
ग्रामीण महत्वाकांक्षा को पूर्ण करने का साधन है 'आपकी सरकार, आपके द्वार'
जिले में आयोजित किये गये 'आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम में यह देखा गया है कि ग्रामीणजन अब छोटी-मोटी समस्याओं के बजाय सरकार से बड़े विकास कार्य चाहते हैं। समूह में कई बार कार्यक्रमों में प्रभारी मंत्री से ग्रामीणों ने सड़क, तालाब, स्कूल भवन आदि की मांग रखी है। प्रभारी मंत्री ने ताजपुर में पहले कार्यक्रम में सड़क निर्माण की घोषणा की, वहीं उन्होंने ताजपुर में कन्या स्कूल की मांग को पूरा करते हुए तीन नवीन कक्ष निर्माण के निर्देश भी दिये हैं। यही नहीं इन सम्मेलनों में लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत हितग्राहियों को लाभान्वित किया जा रहा है तो दूसरी ओर दिव्यांगजनों को ट्रायसिकल एवं कैलिपर्स का वितरण भी किया जा रहा है।
अब तक 552 आवेदन निराकृत
'आपकी सरकार, आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यक्रमों में अब तक प्राप्त आवेदनों में से 552 आवेदनों का निराकरण कर दिया गया है तथा 504 आवेदनों में सम्बन्धित को उत्तर दे दिये गये हैं। जिले में कुल 1264 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 208 आवेदनों पर अभी कार्यवाही जारी है। उल्लेखनीय है कि अपार जन-आकांक्षाओं के चलते आवेदनों की संख्या न तो कभी समाप्त होगी, न ही कम होगी, किन्तु जनकल्याणकारी सरकार का कार्य जायज समस्याओं का निराकरण मौके पर ही करना है। मध्य प्रदेश सरकार अच्छे परिणाम देने के लिये कटिबद्ध है और इसीलिये जनता जनार्दन के द्वार पर जाकर समस्याओं का दरवाजा खटखटा रही है।