एनसीपी अगर दावा पेश करने में चुकी तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की तैयारी

एनसीपी अगर दावा पेश करने में चुकी तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की तैयारी
    मुंबई।महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष निर्णायक दौर में पहुंच गया है। भारतीय जनता पार्टी ने सरकार बनाने से इनकार करने के बाद दूसरी सबसे बड़ी पार्टी शिवसेना को मौका देने पर वह अपना दावा नियत समय पर पेश करने में असफल रही तो अब एनसीपी को राज्यपाल ने मौका सरकार बनाने का मौका दिया है।वह नियत समय पर अपना दावा पेश नहीं कर पाई तो फिर महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की संभावना जताई जा रही है ।राज्यपाल ने केंद्र से प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की बातचीत भी शुरू कर दी है।
महाराष्ट्र में सत्ता का संघर्ष अब राष्ट्रपति शासन की तरफ पहुंचता दिखाई दे रहा है.।किसी भी दल को बहुमत न मिलने के चलते 24 अक्टूबर के बाद से अब तक राज्य में सरकार गठन नहीं हो पाया है. बीजेपी और शिवसेना दोनों को राज्यपाल सरकार बनाने के लिए बुला चुके हैं और उनके चांस खत्म हो गए हैं। आज एनसीपी की बारी है।कहा जा रहा है कि अगर एनसीपी भी फेल होती है तो राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है।इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में कैबिनेट की आपत्त बैठक बुलाई है।इस बैठक में महाराष्ट्र के राजनैतिक हालात को देखते हुए वहां राष्ट्रपति शासन लगाने पर फैसला लिया जा सकता है। बताया जा रहा है कि कैबिनेट की अनुशंसा राष्ट्रपति के पास भेजी जाएगी 
    महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने देश के वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से फोन पर बात की है. शिवसेना 3 दिन का समय मांग रही है। अगर ऐसा नहीं होता है तो शिवसेना कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है।