महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सब कुछ तय, कल सोनिया ओर पवार के बीच होने वाली बैठक पर सभी निगाह टिकी
मुंबई।महाराष्ट्र में सरकार बनाने की रणनीति अब करीब करीब तैयार हो गई है। शिवसेना एनसीपी एवं कांग्रेस के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम लगभग तैयार हो गया है। विभागों का बंटवारा भी आम सहमति से फाइनल हो गया है। अब सभी की निगाहें दिल्ली में होने वाली सोनिया गांधी के साथ शरद पवार की बैठक पर टिकी हुई है। इधर शिवसेना का बीजेपी पर हमला करने का सिलसिला अभी भी जारी है।
शिवसेना,एनसीपी ओर कांग्रेस के नेता सरकार गठन को लेकर फुक फुक कदम बढ़ा रहे है।सबसे पहले मुख्यमंत्री शिवसेना का
होगा।इस पर सहमति बनने के बाद उपमुख्यमंत्री सहित विधानसभा अध्यक्ष एवं विभिन्न विभागों का बंटवारा भी आपस में तय कर लिया है।कांग्रेस एवं एनसीपी के अधिकांश नेता नहीं चाहते है कि आदित्य ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने।इसके बजाय उद्धव ठाकरे या अन्य किसी को भी मुख्यमंत्री बनाया जाना चाहिए।इन सारे मुद्दो को लेकर रविवार को शरद पवार सोनिया गांधी के साथ सभी बिंदुओं पर चर्चा करने नईदिल्ली जा रहे है।जिस पर सभी की निगाह लगी हुई है।
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' लगातार बीजेपी पर हमला करने का उसका सिलसिला जारी है ।आज उसमे लिखा है कि महाराष्ट्र में नए समीकरण से कुछ लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है। कौन केसे सरकार बनाता है देखता हूं, इस प्रकार की भाषा बोली जा रहे है। श्राप भी दे रहे हैं कि अगर सरकार बन भी गई तो वो कितने दिन टिकेगी, देखते हैं। ऐसा 'भविष्य' भी बताया जा रहा है कि 6 महीने से ज्यादा सरकार नहीं टिकेगी. ये नया धंधा लाभदायक भले हो, लेकिन ये अंधश्रद्धा कानून का उल्लंघन है.
'सामना' ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए लिखा अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए ये हरकत महाराष्ट्र के सामने आ रही है। हम महाराष्ट्र के मालिक हैं और देश के बाप हैं, ऐसा किसी को लगता होगा तो वे इस मानसिकता से बाहर आएं।ये मानसिक अवस्था 105 वालों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. ऐसी स्थिति ज्यादा समय रही तो मानसिक संतुलन बिगड़ जाएगा और पागलपन की ओर यात्रा शुरू हो जाएगी।
महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर सब कुछ तय, कल सोनिया ओर पवार के बीच होने वाली बैठक पर सभी निगाह टिकी