राजधानी में अर्जुनसिंह जी की प्रतिमा लगाए जाने को लेकर विवाद गहराया

राजधानी में अर्जुनसिंह जी की प्रतिमा लगाए जाने को लेकर विवाद गहराया
 भोपाल।मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुनसिंह जी की प्रतिमा लगाए जाने को लेकर विवाद गहरा गया है। जिस चौराहे पर अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाई जा रही है वहां से तीन साल पहले भारत के महान सपूत चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति को हटाकर दूसरी जगह स्थापित कर दिया था। अब अर्जुन सिंह की प्रतिमा लगाए जाने से बीजेपी कमलनाथ सरकार के खिलाफ मैदान में आ गई है। कांग्रेस ने बीजेपी के आरोपों को निराधार बताते हुए पूरे मामले पर पल्ला झाड़ते हुए कहा कि बीजेपी ने आजाद की मूर्ति हटाई ओर वहीं अब कांग्रेस पर आरोप मढ़ रही है।
   पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अर्जुनसिंह जी की प्रतिमा का अनावरण भोपाल के नानके पेट्रोल पंप चौराहे पर 11 नवम्बर को होने वाला था।परन्तु राममंदिर के आए फैसले के कारण प्रतिमा अनावरण का समारोह टाल दिया गया है।इसी बीच प्रतिमा लगाए जाने को लेकर विवाद छिड़ गया है।
    बीजेपी का आरोप हे कि वह वीर सपूत चन्द्रशेखर आजाद की प्रतिमा हटाकर अर्जुनसिंह की प्रतिमा लगा रही है यह चन्द्रशेखर आजाद का अपमान है ।भाजपा इस कतई सहन नहीं करेंगी।ओर वह इसके खिलाफ आंदोलन करेंगी।पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा कि मप्र शर्मिंदा है।जबकि पूर्व मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि अर्जुनसिंह जी की मूर्ति लगाए जाने का कोई विरोध नहीं है।वह कही भी लगाई जा सकती है ।परंतु चंद्रशेखर आजाद की मूर्ति हटाकर लगाए जाने का विरोध। कांग्रेस के प्रवक्ता भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार का कोई लेना देना नहीं है। क्योंकि भाजपा शासन के दौरान भाजपा की नगर निगम ने चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा को हटाया था।बीजेपी की नगर निगम ही अर्जुनसिंह जी की प्रतिमा लगाने जा रहा है। बीजेपी पाखंड एवं झूठ और  धर्म की राजनीति करती है।उसने 15 वर्षों में कई महापुरुषों की प्रतिमा  प्रदेश में हटाई थी और चंद्रशेखर आजाद की प्रतिमा भी बीजेपी शासन में हटाई थी। 
    इधर नगर निगम ने 11 नवम्बर को अनावरण समारोह राममंदिर का फैसला आने के बाद सद्भाव बनाए रखने के लिए समारोह स्थगित कर दिया।परन्तु बीजेपी की राजनीति शुरू  हो गई है ।इस मुद्दे का क्या हल निकलेगा यह तो आने वाला समय बताएगा।