राममंदिर फैसला आने के बाद
मिलादुन्नबी का जुलूस एवं हरिहर मिलन समारोह के कार्यक्रम निरस्त
उज्जैन।अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद परम्परागत रूप से शहर में निकलने वाले मिलादुन्नबी का जुलूस एवं हरिहर मिलन का समारोह में आतिशबाजी के साथ होने वाला रंगारंग कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया ।हालाकि सुप्रीमकोर्ट की फैसला आने के बाद शहर में हालात पूरी तरह सामान्य रहे। सभी दुकाने अपने निर्धारित समय पर खुली साथ ही जिला प्रशासन के द्वारा चप्पे चप्पे पर चौकसी की गई।
राम जन्मभूमि अयोध्या पर आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जिले में किसी तरह की जिले में कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। संपूर्ण जिले में शांति व्यवस्था कायम रही ।
योगेश नवमी के बाद देर बाद जनता ने फैसले का रिएक्शन देखने के के बाद धीरे धीरे शेर की दुकानें खुलने लगी।हालाकि सवेरे से लोग फैसले से अनहोनी आशंका से जरूर भयभीत नजर आए परन्तु उनकी आशंका पूरी तरह निराधार साबित हुई।शाम होते होते सीरत कमेटी का फरमान आया कि वह आपसी सद्भाव कायम रखने के लिए इस बार वह मिलादुन्नबी का जुलूस नहीं निकालेगे। उसके बाद प्रशासन भी सक्रिय हो गया ओर वैकुंठ चतुर्दशी पर निकलने वाली महाकाल सवारी पर होने वाला हरिहर मिलन समारोह का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया। बताया जाता है कि महाकाल मंदीर के पुजारी,पुरोहित एवं मन्दिर समिति के सदस्यों ने बैठक कर आपसी सद्भाव कायम रहे इसको दृष्टिगत रखते हुए हरिहर मिलन का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया।हालाकि प्रशासन ने दो दिन पूर्व ही आतिशबाजी एवं पटाखे एवं राकेट चलाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया था। इधर आज दिनभर संभागायुक्त अजीत कुमार , पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता , कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी शशांक मिश्र तथा पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने निरंतर भ्रमण कर एवं कंट्रोल रूम में बैठकर स्थितियों का जायजा लिया। जिले के विभिन्न कस्बों से भी शांति एवम कानून व्यवस्था बनी रहने की सूचनाएं प्राप्त हुई है ।उज्जैन शहर में विभिन्न संवेदनशील स्थानों पर पुलिस का बल लगाया गया है एवं सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है। साथ ही सोशल मीडिया की भी निरंतर 24 घंटे निगरानी की जा रही है ।
कलेक्टर ने आमजन से अपील की है कि वे सुप्रीम कोर्ट के निर्णय पर संयमित व शालीन प्रतिक्रिया दें ।साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर किसी तरह की टीका टिप्पणी, आपत्तिजनक व्हाट्सएप मैसेज आदि न करने की अपील सभी नागरिकों से की है ।कलेक्टर ने बताया है कि सोशल मीडिया पर आने वाले आपत्तिजनक संदेशों को लेकर कोर टीम द्वारा 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है ।कोई भी व्यक्ति यदि आपत्तिजनक संदेश जारी करता है तो वह प्रशासन की पकड़ से दूर नहीं रहेगा।
राममंदिर फैसला आने के बाद मिलादुन्नबी का जुलूस एवं हरिहर मिलन समारोह के कार्यक्रम निरस्त