उद्धव ठाकरे सरकार ने सदन में बहुमत प्राप्त किया,फडणवीस ने अधिवेशन पर उठाए सवाल,ओर सदन से वाक आउट किया
मुंबई। महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार में आज अपनी पहली परीक्षा सदन में बहुमत साबित कर सिद्ध की है। उनकी सरकार के पक्ष में 169 मत प्राप्त हुए ।जबकि विपक्ष ने सदन का बहिष्कार कर सदन से बाहर आ गए ।
महाराष्ट्र विधानसभा में शनिवार को उद्धव ठाकरे सरकार अपना बहुमत साबित किया। इसके पूर्व पूर्व मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आरोप लगाया कि यह अधिवेशन नियमो के तहत नहीं हो रहा तथा संविधान के तहत मुख्यमंत्री एवं मंत्रियों ने शपथ नहीं ली है। पोर्टल स्पीकर के चयन पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पहले को नहीं हटाना चाहिए। इसके पूर्व विधानसभा में पोर्टल अध्यक्ष ने उद्धव सरकार को मंत्रियों का परिचय कराने के लिए कहा। इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हान एवं एनसीपी के नवाब मलिक ने सदन में बहुमत के लिए प्रस्ताव पेश किया।ओर विपक्ष सदन का वाक आउट कर दिया।इसके पूर्व सरकार ने आज विशेष सत्र बुलाया था। जिसमे महाराष्ट्र विकास अघाड़ी (शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस) की सरकार सदन में आज हीविश्वास मत (फ्लोर टेस्ट) खुले मतदान कर साबित किया।
इधर स्पीकर के पद के लिए कांग्रेस की तरफ से नाना पटोले और भाजपा के किसन कठोरे उम्मीदवार होंगे।इसके लिए रविवार को चुनाव होगा।राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बहुमत साबित करने के लिए उद्धव ठाकरे को 3 दिसंबर तक का वक्त दिया है। शुक्रवार को राकांपा के वरिष्ठ विधायक दिलीप वलसे पाटिल को विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया था।
इस बीच,अजित पवार से भाजपा सांसद प्रतापराव चिकलीकर ने मुलाकात की। इसके बाद अजित पंवार ने कहा,''यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी। भले ही हम अलग-अलग पार्टियों से हों, लेकिन एक-दूसरे के साथ संबंध रखते हैं। फ्लोर टेस्ट पर कोई चर्चा नहीं हुई। संजय राउत पहले ही कह चुके हैं कि हमारा गठबंधन आज सदन में संख्या बल साबित करेगा।
उद्धव ठाकरे सरकार ने सदन में बहुमत प्राप्त किया,फडणवीस ने अधिवेशन पर उठाए सवाल,ओर सदन से वाक आउट किया