उज्जैन में हरिहर मिलन तो होगा परन्तु समारोह नहीं,सिक्ख एवं जैन समाज के समारोह भी निरस्त
उज्जैन।अयोध्या में राम मंदिर बनाए जाने का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद परम्परागत रूप से शहर में निकलने वाली महाकाल की सवारी ओर हरिहर मिलन तो होगा परन्तु आतिशबाजी एवं धूमधाम से होने वाला समारोह निरस्त कर दिया गया।इधर आज मिलादुन्नबी का जुलूस भी नहीं निकला वहीं कल जैन समाज का क्षिप्रा तट पर होने वाला समारोह भी निरस्त हो गया। अनहोनी घटनाओं को लेकर आज भी पुलिस की गश्त लगातार जारी है ।
सुप्रीमकोर्ट का राम मन्दिर को लेकर आए फैसले के बाद शहर में दूसरे दिन हालात पूरी तरह सामान्य रहे। आज रविवार होने की वजह से शासकीय एवं अर्ध शासकीय कार्यालयों में अवकाश होने के साथ ही दुकाने पूरी तरह बन्द रही।
राम जन्मभूमि अयोध्या पर आज सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद जिले में किसी तरह की जिले में कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली। संपूर्ण जिले में शांति व्यवस्था कायम रही ।
सीरत कमेटी के आए निर्णय जिसमे आपसी सद्भाव कायम रखने के लिए मिलादुन्नबी का जुलूस भी आज नहीं निकला। वैकुंठ चतुर्दशी पर परम्परा गत रूप से निकलने वाली महाकाल सवारी पर होने वाला हरिहर मिलन समारोह का कार्यक्रम तो निरस्त कर दिया। परन्तु प्रशासन ने जन भावना का ध्यान रखते हुए महाकाल सवारी एवं हरिहर मिलन का कार्यक्रम निर्धारित समय पर होने कि बात कही है बताया जाता है कि महाकाल मंदीर के पुजारी,पुरोहित एवं मन्दिर समिति के सदस्यों ने बैठक कर आपसी सद्भाव कायम रहे इसको दृष्टिगत रखते हुए हरिहर मिलन का कार्यक्रम निरस्त कर दिया गया।हालाकि प्रशासन ने दो दिन पूर्व ही आतिशबाजी एवं पटाखे एवं राकेट चलाने पर प्रतिबन्ध लगा दिया है।
इधर जैन समाज का प्रमुख समारोह श्री आदेश्वर तीर्थ कार्तिक पूर्णिमा स्वामी वत्सल समिति की मीटिंग प्रदीप गादिया के निवास स्थान वीडियो मार्केट पर रखी गई थी जिसमें यह निर्णय लिया गया है कि प्रशासन द्वारा अनुमति नहीं दिए जाने के कारण क्षिप्रा तट पर 11 एवं 12 नवंबर को होने वाला स्वामी वात्सल्य का आयोजन निरस्त कर दिया गया। इस समारोह में दस हजार से अधिक समाज जन भाग लेने वाले थे । यह भी तय किया गया की आने वाले दर्शनार्थियों के लिए भाता पैकेट वितरित किए जाएंगे।
उज्जैन में हरिहर मिलन तो होगा परन्तु समारोह नहीं,सिक्ख एवं जैन समाज के समारोह भी निरस्त