गैर दलीय आधार पर होने वाले पंचायत चुनाव अगले माह ,कांग्रेस समर्थकों की अग्नि परीक्षा

गैर दलीय आधार पर होने वाले पंचायत चुनाव अगले माह ,कांग्रेस समर्थकों की अग्नि परीक्षा
भोपाल।पंचायत चुनाव आगामी जनवरी माह में तीन चरणों में होने की घोषणा होते ही पूरे राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है। कमलनाथ सरकार की पहली जनता के बीच उनके समर्थकों की अग्नि परीक्षा है। अभी तक सभी जगह पंचायत से लेकर संसद तक सभी दूर बीजेपी छाई हुई थी।हालाकि कमलनाथ सरकार के सत्ता में आने के बाद झाबुआ उपचुनाव में मिली सफलता के बाद कार्यकर्ताओं के हौसले बुलंद है। संभावना है कि कमलनाथ सरकार की जन हितेषी कार्यों के साथ किसानों की कर्ज माफी योजना का लाभ भी आगामी गैर दलीय आधार पर होने वाले इस पंचायत चुनाव में कांग्रेस समर्थकों की भारी जीत के रूप में मिलेगा।
 पंचायत चुनाव 3 चरणों में होंगे। 30 दिसंबर को नामांकन दाखिल किए जाएंगे।30 दिसंबरको ही मतदान केंद्रों की सूची और आरक्षण की स्थिति का प्रकाशन होगा। 6 जनवरी दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे।
7 जनवरी को संवीक्षा होगी, आरओ को संवीक्षा का अधिकार होगा। 9 जनवरी दोपहर 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे इसी दिन सभी अभ्यर्थियों को चुनाव चिन्ह बांटे जाएंगे। मतदान 3 चरणों में होगा। पहला चरण 28 जनवरी, दूसरा चरण 31 जनवरी और तीसरा चरण 3 फरवरी को होगा।
     सामान्य क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से 3 बजे तक और संवेदनशील क्षेत्रों में सुबह 6:45 से 2 बजे तक मतदान होगा। मतगणना की प्रक्रिया मतदान समाप्ति के बाद होगी।
निर्वाचन की घोषणा रिटर्निंग ऑफिसर करेगा। एक व्यक्ति कई पदों के लिए मतदान कर सकेगा। पंच, सरपंच, जनपद और जिला पंचायत सदस्य के लिए मतदान कर सकेंगे। 1 लाख 60 हजार कर्मचारी मतदान कराएंगे। 50 हजार लोग मतदान दलों से अलग व्यवस्था में शामिल रहेंगे। निक्षेप राशि की दरों में वृद्धि कर दी गई है।पंच के लिए 50, सरपंच के लिए 1000 रुपए धरोहर राशि होगी।इससे सिर्फ गंभीर प्रत्याशी ही चुनाव लडऩे सामने आएंगे।11664 सरपंच पदों के लिए पंचायतों में चुनाव होंगे। एक लाख साठ हजार 725 पंच पदों के लिए चुनाव होगा। 1 करोड़ 44 लाख 68 हजार 763 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। लगभग 6 करोड़ मतपत्रों का प्रकाशन किया जाएगा। मतपत्रों का रंग पहले की ही तरह रहेगा। पंचायत का चुनाव जनवरी 2020 में होना है गैर दलीय आधार पर पंचायत चुनाव होंग।
मतपत्र में फोटो और नोटा का विकल्प नहीं होगा।निर्वाचन मतपत्र और मतपेटी के आधार पर ही होगा। कोई भी व्यय की सीमा पंचायत चुनाव में नहीं होगा। अभ्यर्थियों का साक्षर होना आवश्यक होगा। पूरे प्रदेश में 1500 कलस्टर बनाया गया है।बड़े पंचायतों में नामांकन की सुविधा दी जाएगी।