सांसदों के घरों पर कांग्रेस के धरने के बाद भाजपा का पलटवार ,केंद्र से एक हजार करोड़ मिलने के बाद भी कमलनाथ सरकार कोई कार्ययोजना नहीं बना पाई 

सांसदों के घरों पर कांग्रेस के धरने के बाद भाजपा का पलटवार ,केंद्र से एक हजार करोड़ मिलने के बाद भी कमलनाथ सरकार कोई कार्ययोजना नहीं बना पाई
   उज्जैन।मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के आव्हान पर प्रदेश के 28 भारतीय जनता पार्टी के सांसदों के निवास पर केंद्र की भेदभाव नीति को लेकर दिए गए धरने के दो दिन बाद भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने कमलनाथ सरकार को एक हजार करोड़ की राशि देने के बाद भी वह आज तक कोई कार्य योजना तैयार नहीं कर पाई है।
 भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश  उपाध्यक्ष सुश्री उषा ठाकुर ने आज भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि कमलनाथ सरकार ने आपने 11 माह के कार्यकाल में किसानों को बदतर हालत पर ला दिया है। कमलनाथ सरकार ने चुनाव के पूर्व जो वादे किए थे वह मात्र घोषणा बनकर ही रह गए उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज माफी का कमलनाथ सरकार ने चुनाव के पूर्व वादा किया था कर्ज माफी से उन्हें अभी तक मुक्ति नहीं मिल पाई। उन्होंने कहा कि किसान आज बैंकों में  डिफाल्टर की श्रेणी में आ गए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का किसान कठिन परिश्रम और ईमानदारी के लिए पहचाना जाता रहा है जिसके दम पर ही प्रदेश को 5 बार कृषि कर्मण अवार्ड से मिला था, परंतु कमलनाथ सरकार की गलत नीतियों के चलते  11 महीनों मे ही किसानों के हालात दिन ब दिन खराब होते चले जा रहे हैं जिसकी जिम्मेदार कमलनाथ सरकार है।
  उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान  कहा की काँग्रेस ने सत्ता प्राप्ति के लिए जो वादे इस प्रदेश के किसान एवं इस प्रदेश की जनता से किए थे ।उन सभी मुद्दों पर प्रदेश सरकार विफल ही साबित हुई है।किसान कर्जमाफ़ी का वादा तो किसानों के लिए सिर्फ और सिर्फ एक चुनावी घोषणा ही साबित हुआ है। प्रदेश का ईमानदार और मेहनती किसान एक डिफाल्टर  की श्रेणी मे आकर खड़ा हो गया है , आज बैंक वाले किसानों के घर पहुँचकर कर्ज़ भरने के लिए तकादा करते हैं किसानों को लगातार कर्ज़ की रकम भरने के लिए बैंकों द्वारा नोटिस जारी किए जा रहे हैं। सुश्री ठाकुर ने कहा की एक वक्त था जब किसान बैंकों मे सर उठाकर अपने लोन की पलटी के लिए जाता था परंतु आज डिफ़ाल्टर होने के बाद वै किसान बैंक मे जाने से कतराता है ये देन है कर्जमाफ़ी के झूठ की ।
  सुश्री ठाकुर ने कहा की केंद्र सरकार ने किसानो की मदद के लिए एक हज़ार करोड़ रुपए की राहत राशि उपलब्ध कारवाई है परंतु प्रदेश सरकार ने अभी तक प्राप्त राशि वितरण की व्यवस्था तैयार नहीं की और आरोप प्रत्यारोप केंद्र सरकार पर लगा रही है , प्रदेश सरकार बताये की उपलब्ध राशि कितनी और किस हिसाब से अभी तक कितने किसानो को वितरित की गई है।
   इस अवसर पर विधायक डॉ मोहन यादव ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा की कांग्रेस और काला बाजारी एक सिक्के के दो पहलू है। जब जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार रही, किसानों को यूरिया की कालाबाजारी से जूझना पड़ता है। किसानों को यूरिया के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। किसानों को यूरिया प्रबंधन करने के बजाए सरकार का तंत्र कालाबाजारी के प्रबंधन में लगा है। कृषि प्रधान इस प्रदेश मे आज किसान बोनी के लिए परेशान है , खाद के लिए परेशान है , कर्ज़ के लिए परेशान है , बिजली के लिए परेशान है और सरकार अपने मंत्रियों के बंगले बनवाने और मुख्यमंत्री अपने लिए नए हेलीकाप्टर की खरीदी मे व्यस्त है क्योंकि ये सरकार उद्योगपतियों की सरकार है यहाँ किसान की सुध लेने वाला कोई नहीं। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष विवेक जोशी , जिला अध्यक्ष श्याम बंसल विधायक पारस जैन,मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना एवं दिनेश जाटवा मौजूद थे।