संभाग के सभी जिलों में खाद की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध रहे-कमिश्नर,  वीसी के माध्यम से सभी जिला  कलेक्टर्स से रूबरू चर्चा 

संभाग के सभी जिलों में खाद की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध रहे-कमिश्नर,  वीसी के माध्यम से सभी जिला  कलेक्टर्स से रूबरू चर्चा
उज्जैन। उज्जैन संभाग कमिश्नर  अजीत कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर को निर्देश जारी किये कि किसी भी जिले में खाद की समस्या उत्पन्न न हो। सभी जिलों में पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध रहे। उन्होंने सभी कलेक्टर्स से बोवनी की स्थिति की जानकारी ली। बताया गया कि नीमच में शत-प्रतिशत बोवनी की जा चुकी है। साथ ही 10 हजार मैट्रिक टन खाद की आवश्यकता पड़ेगी। मंदसौर में भी बोवनी समाप्त हो गई है। 20 दिसम्बर तक 20 हजार मैट्रिक टन खाद की रैक लगेगी। रतलाम में 95 प्रतिशत, उज्जैन में 97, आगर-मालवा में 95, शाजापुर में 96 तथा देवास में 92 प्रतिशत बोवनी हो चुकी है। सभी जिलों में खाद की डिमांड की गई है, जो लगातार पूरी की जा रही है।
कमिश्नर ने सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिये कि विधानसभा प्रश्नों के उत्तर जानकारी सहित भेजे जायें। साथ ही समय-सीमा से दो से तीन दिन पूर्व ही जवाब भेजे जायें। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में विधानसभा प्रश्नों के जवाब गलत न जायें। कमिश्नर ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की भी समीक्षा की। कमिश्नर श्री अजीत कुमार ने बताया कि सभी जिलों में आरबीसी 6(4) की राशि आनी है, अत: हितग्राहियों की सूची तैयार कर ली जाये, ताकि राशि आते ही उनके बैंक खातों में राशि दी जा सके। उन्होंने वनाधिकार पट्टों पर तेजी से कार्यवाही करने के निर्देश दिये और कहा कि वनाधिकार पट्टों की इंट्री पोर्टल पर की जाये। दावा एवं आपत्ति भी आमंत्रित की जाये।
कमिश्नर ने आरसीएमएस के प्रकरणों की समीक्षा की। बताया गया कि छह माह से अधिक तक के 3165 प्रकरण लम्बित हैं, जिनमें नीमच जिले के 683 प्रकरण, शाजापुर के 471, उज्जैन के 763, रतलाम के 599, मंदसौर के 488, आगर-मालवा के 107, देवास के 54 प्रकरण लम्बित हैं। कमिश्नर ने नामांतरण, बंटवारा एवं सीमांकन के प्रकरणों में त्वरित गति से कार्य करने के निर्देश दिये।
जिले के एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्री शशांक मिश्र, अपर आयुक्त श्री कतरोलिया, अपर कलेक्टर श्री क्षितिज सिंघल सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।