कमलनाथ बोले थोड़े दिन रुक जाइए सिंधिया ओर भाजपा के बीच हुई डील सामने आ जाएगी
नईदिल्ली। मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने रविवार को पत्रकारों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की।इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में जाने का मुद्दा भी चर्चा में आया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन रुक जाइए, यह सब पता चल जाएगा।
कमलनाथ ने कहा कि फिलहाल कांग्रेस का साथ छोड़कर गए विधायकों ने अपना घर भर लिया है। लेकिन प्रदेश में 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव बहुत आसान नहीं होंगे। जनता पार्टी छोड़कर जाने वालो को निश्चित ही मजा चखाएगी। उन्होंने बताया कि 29 फरवरी को उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से बात की थी। मध्य प्रदेश में सरकार के स्थायित्व को लेकर कमलनाथ गंभीर थे। लेकिन जब प्रलोभन बड़ा हो जाता है तो बात हाथ से निकल जाती है। लगता है कि सिंधिया के साथ भाजपा की सौदेबाजी काफी आगे निकल चुकी थी। विधायकों के स्तर पर भी बाजी ज्योतिरादित्य सिंधिया के बस में नहीं रह गई थी। कमलनाथ ने कहा कि अभी वह नहीं बता सकते कि सिंधिया किन शर्तों पर भाजपा में गए हैं, लेकिन यह सब छिपा रहने वाला नहीं है।
कमलनाथ का कहना है कि उनके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने से पहले कांग्रेस के बागी विधायकों में से कुछ ने बाथरूम से फोन किया था। विधायकों ने होटल में काम करने वाले शेफ आदि का फोन लेकर किया था, लेकिन मुझे लगता है कि भाजपा की तरफ से उन्हें बड़ा ऑफर मिल गया था।कमलनाथ ने भरोसा जताते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में उपचुनाव आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को काम नहीं करने दिया गया। ऊपर से म.प्र. की जनता कोविड-19 के संक्रमण का संकट झेल रही है।आने वाले समय में कुल 24 विधानसभा सीट पर चुनाव होना है। इनमें एक कांग्रेस और एक भाजपा के विधायक के निधन से खाली हुई सीट है। 22 सीट बागी विधायकों के कारण खाली हुई है। यह वह सीट है जिस पर 22 विधायक भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़कर जीते थे। मुझे नहीं लगता कि यह बात विधानसभा में भाजपा के विधायकी का चुनाव लड़ चुके नेताओं के गले उतरेगी? फिर ये विधायक जनता के बीच में कौन सा मुंह लेकर जाएंगे। कमलनाथ को लगता है कि उपचुनाव के बाद एक बार फिर स्थिति पलट सकती है।
उन्होंने कहा कि वह कोविड-19 संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का हर तरह से सहयोग कर रहे हैं। कल भी कमलनाथ ने शिवराज को फोन किया था। किसानों की रबी की फसल, कटाई, मड़ाई को देखते हुए कई सुझाव दिए थे।प्रदेश में पार्टी के नेता ,विधायक एवं कार्यकर्ता तन मन ओर धन से कोरोंना की रोकथाम में लगे है।
कमलनाथ बोले थोड़े दिन रुक जाइए सिंधिया ओर भाजपा के बीच हुई डील सामने आ जाएगी