भोपाल। मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के पतन के बाद प्रदेश के 24 विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं उनके समर्थकों को सबक सिखाने के साथ उनको घेरने के लिए पूरी तैयारी कर ली है। एक और जहां कमलनाथ इन विधानसभा क्षेत्रों में टिकट चयन को लेकर तमाम कवायद कर रहे हैं वही इन चुनाव के लिए पार्टी ने रणनीतिकार प्रशांत किशोर को प्रचार प्रसार का जिम्मा सौंपा है।
मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार के आने के सवा साल बाद अचानक ज्योतिरादित्य सिंधिया ओर उनके समर्थक विधायको ने पाला बदल कर बीजेपी में शामिल हो गए थे।इस कारण कमलनाथ सरकार अल्प मत में आने के बाद उनकी सरकार का पतन हो गया। सत्ता से हाथ धोने के बाद से ही कांग्रेस सिंधिया ओर उनके समर्थकों को सबक सिखाने के लिए आने वाले 24 विधानसभा उपचुनाव में दमदार प्रत्याशी उतारकर सत्ता से बेदखली का बदला पूरा करना चाहती है। इसके लिए कमलनाथ पिछले कई दिनों से अलग अलग विधानसभा क्षेत्रोंमें सिंधिया विरोधी के साथ पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी के पराजित प्रत्याशी से वार्ताएं कर रहे है।
इधर उपचुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने अपने प्रचार अभियान की रणनीति बनाने का काम प्रशांत किशोर को दिया है। नईदिल्ली में अरविंद केजरीवाल को जीत दिलाने में प्रशांत किशोर की अहम भूमिका रही है। पिछले विधानसभा चुनाव में तमाम जहरीले प्रचार के बीच प्रशांत किशोर उन्हें सत्ता तक पहुंचाने वाले सफल रहे।
कांग्रेस सिंधिया समर्थक नेताओं के खिलाफ उपचुनाव में मजबूत उम्मीदवार उतारने की रणनीति बना रही है। सिंधिया के सबसे विश्वसनीय तुलसी सिलावट को घेरने के लिए सावेर से बीजेपी के पूर्व सांसद प्रेमचन्द गुड्डू को कांग्रेस में वापसी की हाईकमान से हरीझंडी मिलने के बाद ताबड़तोड़ वह सिंधिया पर हमला कर सांवेर में अपनी जमीन मजबूत करने में लगे है। विधानसभा चुनाव के गुड्डू अंग्रेज और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए उसके एवज में गुड्डू के पुत्र अजीत बोरासी को घटिया विधानसभा से बीजेपी से टिकिट दिया था।हालाकि वह काफी कम मतो से हार गए थे।उसी के बाद से गुड्डू फिर से कांग्रेस में आने के लिए काफी प्रयासरत हे।
सिंधिया के सबसे दूसरे प्रमुख मंत्री गोविंदसिंह राजपूत सुरखी विधानसभा से विधायक थे। यहां होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस की ओर से प्रतिपक्ष के नेता रहे अजय सिंह को चुनाव मैदान में उतारने के लिए पार्टी की ओर से रणनीति बनाई जा रही है। वहीं सुवासरा से पूर्व सासंद मीनाक्षी नटराजन का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।मंदसौर जिले की इस विधानसभा क्षेत्र के विधायक हरदीप सिंह डंग मीनाक्षी के ही समर्थक माने जाते हैं।पार्टी मीनाक्षी को चुनाव लडने के लिए तैयार कर रही है
इसी तरह मंदसौर की सुवासरा सीट से मीनाक्षी नटराजन को भी उपचुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के नेता तैयार कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री एवं सिंधिया के खास समर्थक रहे रामनिवास रावत के नाम पर भी पार्टी विचार कर रही है। उन्हें पोहरी या करैरा विधानसभा सीट से प्रत्याशी बनाया जा सकता है। पोहरी से अशोक सिंह का भी नाम भी चल रहा है।