नगर निगम चुनाव वार्ड आरक्षण
- कई नेताओं की किस्मत का आज फैसला
उज्जैन। नगर पालिका निगम वार्ड आरक्षण को लेकर होने वाली प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद दोनों ही दलों के एक दर्जन से अधिक प्रभावशाली पार्षद के मौजूदा वार्डों में उलटफेर होने वाला है। पार्षदों के इन वार्डों में या तो वह अपने नाते रिश्तेदार या फिर अन्य वार्डो में अपनी राजनीति जमीन तलाशना होगा।
नगर निगम वार्ड आरक्षण की प्रक्रिया आज संपन्न होने जा रही है मौजूद 54 वार्डो में से सबसे ज्यादा पिछड़ा वर्ग के 14 वार्ड प्रभावित होने वाले है। इनमें भारतीय जनता पार्टी की ओर से वर्तमान नगर निगम अध्यक्ष सोनू गहलोत के वार्ड क्रमांक 22 भी प्रभावित होगा। सोनू गेहलोत अगर फिर से चुनाव लडना चाहे तो वह उनके परंपरागत वार्ड में चले जाएंगे। इसके अलावा नगर निगम प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र वशिष्ठ के वार्ड क्रमांक 52 अब महिला वार्ड के आरक्षण होने की संभावना है।इनका वार्ड भी प्रभावित होगा। श्री वशिष्ठ पूर्व में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। अब उनकी निगाहें आने वाले नगर निगम बोर्ड के अध्यक्ष पद पर लगी हुई है। इसलिए उनके किसी अन्य वार्ड से किस्मत आजमाने की संभावना है।
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव की बहन कलावती यादव के भी वार्ड परिवर्तन होने की संभावना है। हालांकि उनके घर का मौजूदा वार्ड 15 से वह पहलीबार चुनाव लड़ी थी। अगर वह फिर से इसी वार्ड से चुनाव लड़ना चाहती है तो उनके लिए कोई प्रतिबंध नहीं होगा। अन्यथा वह उनके भाई डॉ यादव के विधानसभा क्षेत्र से कहीं से भी उनके पुराने निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए प्रयास कर सकती है। इसके अलावा एमआईसी सदस्य सत्यनारायण चौहान के मौजूदा वार्ड के महिला के लिए आरक्षित होने पर वह पड़ोस के कहीं भी चुनाव लड़ सकते हैं।
इसके अतिरिक्त भारतीय जनता पार्टी में राधेश्याम वर्मा, बुद्धि प्रकाश सोनी, नीलू खत्री, राजकमल ललावत, राजश्री जोशी,संतोष यादव,योगेश्वरी राठौर आदि के वार्ड भी इस आरक्षण की चपेट में आने वाले हैं। इनके भी अन्य वार्ड में तलाश करना होगी।वार्ड ,46 से रिंकू बेलानी का वार्ड पुरुष के लिए आरक्षित होने वाला है। यह जिस वार्ड 47 में निवासरत है वह वार्ड कांग्रेस के विजय सिंह दरबार का होने के कारण वह भी प्रभावित होंगे यह दोनों ही अपने वार्ड परिवर्तित कर लेंगे।
इसके अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी में भी नगर निगम सभापति आजाद यादव के वर्तमान में मौजूदा वार्ड 19 के स्थान पर वह पुन अपने पुराने वार्ड 16 में चले जाएंगे। श्री यादव ने लॉकडाउन के दौरान कांग्रेस ओर अपनी ओर से भोजन व्यवस्था का दोनों वार्ड के रहवासियों के लिए
उचित प्रबन्ध किए थे। इसी तरह वार्ड क्रमांक 12 में विधानसभा चुनाव लड़कियों की माया राजेश त्रिवेदी भी फिर से अपने मौजूदा वार्ड में अपना भाग्य आजमाएगी।
इसके अलावा एक और विधानसभा का चुनाव लड़ चुके जय सिंह दरबार भी हो सकता है नगर निगम अध्यक्ष बनने का सपना पाले होने के कारण फिर से चुनाव मैदान में नजर आ सकते है। इसके अलावा महापौर का पद अनुसूचित जाति वालों के लिए आरक्षित होने वाले के दोड़ में होने से कई दावेदार है।इनमें नाना तिलकर की पत्नी मीना तिलकर के मौजूदा वार्ड 39 भी पुरुष के लिए आरक्षित होने वाला है। यहां से फिर नाना तिलकर भाग्य आजमा सकते है। इसके अलावा शहर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अनंत नारायण मीणा पुत्री प्रमिला मीणा के मौजूदा वार्ड सात से उनके भाई ललित मीणा आरक्षित होने की दशा में चुनाव लड़ेंगे।इसके अलावा गब्बर कुवाल की पत्नी हेमलता कुवाळ का 45 वार्ड पुरुष होने की दशा में गब्बर कूवाल इसी चुनाव लड़ सकते हैं।
इसके अलावा नगर निगम चुनाव में मुस्लिम बहुल क्षेत्र अपने आम भूमिका निभाता है वर्तमान नगर निगम बोर्ड में 8 पार्षद मुस्लिम समाज से प्रतिनिधित्व करते हैं जिसमें कांग्रेस के तीन एवं भारतीय जनता पार्टी के चार ओर एक निर्दलीय पार्षद है। इसमें से भारतीय जनता पार्टी के पार्षद मुजफ्फर हुसैन का पिछले दिनों कोरोना के चलते निधन हो चुका है। कांग्रेस के नेता सुल्तान लाला के पुत्र रहीम लाला वार्ड मौजूदा वार्ड 27 से पार्षद है वर्तमान में यह वार्ड अनारक्षित होने के अलावा अगर यह वार्ड महिला के लिए आरक्षित होने की दशा में वार्ड 32 में भाग्य आजमा सकते है।इसी तरह कांग्रेस के नेता जफर सिद्दीकी भी का मौजूदा वार्ड 31 महिला वार्ड होने की दशा में यह भी वार्ड 32 में जोर आजमाइश कर सकते हैं।