मंदिर प्रशासन के तुगलकी निर्णय से महाकाल के नियमित भक्तों को परेशानी में डाला


 मंदिर प्रशासन के तुगलकी निर्णय से महाकाल के नियमित भक्तों को परेशानी में डाला


उज्जैन। भारत में प्रमुख ज्योतिर्लिंगो में प्रमुख महाकालेश्वर मंदिर में अव्यवस्थाओं का आलम बना हुआ है यहां पर नियमित दर्शनार्थियों के साथ भेदभाव पूर्ण  व्यवहार किया जा रहा है।बरसो से महाकाल के दर्शन करने वाले नियमित दर्शनार्थी को महाकाल प्रशासन के तुगलकी आदेश का शिकार होना पड़ रहा है।

     पिछले काफी समय से महाकालेश्वर मंदिर दर्शनार्थियों के साथ नियमित दर्शनार्थी के दर्शन व्यवस्था में व्यापक पैमाने पर बदलाव किया गया है। इस बदलाव के तहत वर्षों से दर्शन करने वाले अनेकों बुजुर्ग नियमित दर्शनार्थी  इस नई अव्यवस्था के शिकार हो रहे हैं।एक नियमित दर्शनार्थी उत्तम जायसवाल ने अपने जारी बयान में  इस अव्यवस्था का दुखड़ा बयां करते हुए कहा कि: पूर्व में नियमित दर्शनार्थी कभी भी दर्शन के लिए आ जा सकते थे, परंतु इस तुगलकी निर्णय के तहत अब केवल सुबह छह से 8 बजे तक दर्शन की सुविधा नियमित दर्शनार्थियों को दी गई है।दर्शन के लिए दूर-दूर से आने वाले दर्शनार्थियों को आने में ही समय लग जाता है। इसलिए यह सुविधा दर्शन की भोग आरती के पूर्व तक सुबह 10 बजे तक बढ़ाई जानी चाहिए ताकि सभी बुजुर्ग इस दर्शन का लाभ प्राप्त कर सके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि परंपरागत रूप से दर्शन के लिए काले गेट से दर्शन की प्रवेश की सुविधा बहाल की जाना चाहिए।