कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में प्रियंका, सोनिया गांधी के तेवर के बाद नरम पड़े जी 23 नेताओं के सुर
सोनिया गांधी की पेशकश के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद, अजय माकन, आनंद शर्मा के तेवर नरम पड़ गए हैं और कहा कि हमारी सलाह पार्टी के भले के लिए, हमको विरोधी या दुश्मन न समझा जाए.
कांग्रेस पार्टी की अंतरमि अध्यक्ष सोनिया गांधी अभी बनी रहेगी।
हाल ही में पांच राज्यों में मिली हार के बाद रविवार को दिल्ली में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सीडब्ल्यूसी बैठक में सभी नेताओं की बात सुनी और कहा कि वो पार्टी को मजबूत करने के लिए सभी आवश्यक बदलाव करने की इच्छुक हैं। सूत्रों के मुताबिक बैठक के दौरान सोनिया गांधी ने इस्तीफे की पेशकश की, जिसे सभी नेताओं ने रिजेक्ट कर दिया। सोनिया गांधी की पेशकश के बाद कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद , अजय माकन, आनंद शर्मा के तेवर नरम पड़ गए हैं और उन्होंने कहा कि हमारी सलाह पार्टी के भले के लिए, हमको विरोधी या दुश्मन न समझा जाए. कांग्रेस कार्यसमिति की ये बैठक चार घंटे तक चली।
सूत्रों के अनुसार प्रियंका गांधी ने दो टूक शब्दों में कहा कि अगर गांधी परिवार से पार्टी को इतना ही नुकसान पहुंच रहा है तो हम हट जाते हैं और आप सभी पार्टी की जिम्मेदारी संभाले, इसके बाद सभी नेताओं को सांप सूंघ गया।खासकर जी-23 नेता एकदम पस्त हो गए।
वहीं अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सीडब्ल्यूसी ने सर्वसम्मति से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया. साथ ही कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष संगठन को फिर से मजबूत करने के लिए तत्काल आधार पर सुधारात्मक उपाय लागू करेंगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जल्दी ही चिंतन शिविर बुलाएगी. वहीं सूत्रों के मुताबिक राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीडब्ल्यूसी में सुझाव दिया कि कांग्रेस उनके राज्य में ‘चिंतन शिविर’ आयोजित करे।