कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है

 कांग्रेस को अपने गिरेबान में झांकने की जरूरत है


साथियों नमस्कार

   कभी आपने सोचा है कि कांग्रेस पार्टी क्यों हारी और भारतीय जनता पार्टी क्यों जीती अगर इसका जवाब आपने तलाश लिया है तो निश्चित रूप से आप इस हार जीत का मंथन करने में जरूर सफल होंगे। यह तो शुरू से ही लग रहा था कि कांग्रेस पार्टी कहीं नहीं जीत रही है ,इसके पीछे महत्वपूर्ण कारण यह है कि भारतीय जनता पार्टी 24 घंटे राजनीति करती है उसी की तर्ज पर आम आदमी पार्टी राजनीति करती आई है वह भारतीय जनता पार्टी के मुद्दो के चुंगल में कभी नहीं फंसी है जबकि उसने भारतीय जनता पार्टी को भी अपने हर मुद्दो पर उलझाया है। जबकि कांग्रेस हमेशा ही बीजेपी के मुद्दो में उलझ कर अपना नुकसान करती आई हे।

   अगर कांग्रेस पार्टी ने अपने आप को नहीं सुधारा तो निश्चित रूप से इस देश में कांग्रेस का सूर्यास्त होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा ।कभी आपने सोचा है कि आज भारतीय जनता पार्टी को इस स्थान को प्राप्त करने के लिए उन्हें 100 वर्षों के संघर्ष का इतिहास है। सन 1925 में आर एस एस की स्थापना हुई थी जब  से वह अपनी विचारधारा घर - घर पहुंचाने के लिए कमर कसे हुए हे। जिसकी तलाश उन्हें 2014 में प्राप्त हुई, इसके पीछे उन लोगों का त्याग, तपस्या और दृढ़ विश्वास महत्वपूर्ण हे।जबकि वह अपनी विचारधारा थोपने के साथ भारतवासियों को विकास का सपना भी दिखाती रही है। इसीलिए वह आज सफलता की सीढ़ियों पर चढ़कर भारत के परचम पर पहुंची हुई है।

     अब आपका कांग्रेस की बात कीजिए तो कांग्रेस का शुरू से कंफ्यूज रही है। वह हर बार जैसे खुद  ही उस कुल्हाड़ी पर पैर मारती आ रही हे। वह इस तरह की काम करती रही है जबकि कांग्रेस के पास अपनी पूरी विरासत और इतिहास रहा है जिसके दम पर नेहरू, गांधी, सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे महापुरुषों का नाम लेकर वह लंबे समय तक सत्ता सुख भोगती रही है, परंतु वर्तमान के नेताओं को देखा जाए जिन्होंने कांग्रेस पार्टी में रहकर अरबों की संपत्ति सुख सुविधा सहित तमाम तरह के हथकंडे अपनाकर अपना आलीशान साम्राज्य स्थापित किया था वह आज कांग्रेस को छोड़कर जा चुके हैं या चुनाव के बीच भंवर में उन्होंने कांग्रेस को आंख दिखाकर ब्लैक मेलिंग की कोशिश की है इसी का नतीजा है कि आज कांग्रेस को यह दिन देखने के लिए मजबूर होना पड़ा रहा है।

   सतीश गौड़

    क्रमश