"धन्वन्तरि चिकित्सालय में बच्चो को बुद्धि विकसित करने के लिए 9 मई को स्वर्णप्राशन
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उज्जैन। शासकीय धन्वन्तरि आयुर्वेद चिकित्सा महाविद्यालय के तत्वाधान में नवजात से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन की प्रक्रिया पुष्य नक्षत्र में उन्हें दी जाएगी।
महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया ने बताया कि चिकित्सालय के शिशु एवं बालरोग विभाग के अंतर्गत आगामी नौ मई सोमवार को जन्म से लेकर 10 वर्ष तक के बच्चों को स्वर्णप्राशन कराया जाएगा।इसके सेवन से शिशु के मेधा, बुद्धि व बलवर्धन तथा बार-बार होने वाले संकामक रोगो से बचाने के लिए आयुर्वेद में बड़ा कारगर उपाय बताया गया हे,इसलिएअपने बच्चों को स्वर्णप्राशन का सेवनअवश्य करावें।यह माता-पिता द्वारा अपने बच्चों को दिया गया अनुपम उपहार हैं। चिकित्सालय के अधीक्षक डॉ. ओ.पी. शर्मा तथा आर.एम.ओ. डॉ. हेमंत मालवीय के निर्देशन में कर्मचारियों तथा छात्र/छात्राओं के सहयोग से स्वर्ण प्राशन का कार्यक्रम पूर्ण किया जायेगा।
प्रधानाचार्य डॉ. जे.पी. चौरसिया तथा मीडिया प्रभारी डॉ. प्रकाश जोशी ने बताया कि पुष्य नक्षत्र में सारी औषधियों का निर्माण और पेड़ पौधों से उन्हें आमंत्रित कर बनाई जाती हे और उसके सेवन की शुरुआत पुष्य नक्षत्र से ही की कराए जाने का प्रावधान आयुर्वेद में बताया गया है जिसके वह चौगुना परिणाम देती है इसी वजह से पुष्य नक्षत्र में ही इसका सेवन नो मई को प्रात दस बजे से चिमनगंज मंडी थाने के पीछे आयुर्वेदिक ओषधालय में कराया जायेगा।