महिला कांग्रेस की कार्यकारिणी को लेकर महिलाओ में धधक रही है आग !
महिला कांग्रेस की कार्यकारिणी को लेकर महिलाओ में धधक रही है आग !

भोपाल।आखिरकार मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की जंबो जेट कार्यकारिणी की सूची प्रदेश अध्यक्ष विभा पटेल ने जारी कर दी है। इस सूची को लेकर कई महिला पदाधिकारियों में काफी असंतोष देखने को मिल रहा है। कई नई नवेली महिला कांग्रेस में आई महिलाओं को महामंत्री जैसे पद की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि वर्षों से काम करने वाली महिला पदाधिकारियों को प्रदेश सचिव बनाकर पदानवत कर दिया गया है। 
    इस सूची पर नजर डाले तो एक बात तो साफ हो गई है कि इसमें कोई नया उपाध्यक्ष नही बनाया गया है।पूर्व से ही चार उपाध्यक्ष विभा पटेल के साथ काम करते रहेंगे या यह कहें उन पर हुकुम चलाते रहेंगे।साथ ही वर्षो से महिला कांग्रेस में उपाध्यक्ष और महामंत्री पद पर रहे थे उन्हें इस सूची में नीचे पद पर खिसका कर अपमानित  किया गया है।इसी वजह से एक महिला पदाधिकारियों ने तो अपना इस्तीफा तक दे दिया है। आने वाले दिनों में इस सूची को लेकर और असंतोष खुलकर सामने आने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
     मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष पद पर विभा पटेल के आने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि वरिष्ठता के चलते उनके अनुभव का लाभ पार्टी को प्राप्त होगा ,परंतु वह सभी पूर्व अध्यक्षों से भी पूरी तरह नाकाम साबित हुई।उनके आने के बाद यह संभावना थी कि वह 3 महीनों में महिला कांग्रेस को मजबूत स्थिति में खड़ा कर शिवराज सरकार की नींद हराम कर देगी,परंतु ऐसा कोई न तो आंदोलन कर पाई और न ही अपनी कार्यकारिणी में ऐसी कोई छाप छोड़ पाई जिससे यह लगे कि चारो उपाध्यक्ष सहित उनकी सेना शिवराज से मुकाबला कर पाएगी।
      अब उनके कार्यकारणी की बात कर ली जाए तो उसमे ऐसा कही नही लगता जिसके लिए उन्होंने सूची को अंतिम रूप देने के लिए कोई मेहनत की हो या कोई अतिरिक्त दिमाग लगाया हो। यहां तक कि अर्चना जायसवाल के कार्यकाल में जिन महिलाओं को पूरे प्रदेश में जिला ओर ग्रामीण अध्यक्ष बनाया गया था उनमें से 90 प्रतिशत  अध्यक्ष फिर से रिपीट कर दिए गए हैं। जो दस प्रतिशत अध्यक्ष हटाए गए हैं वह प्रदेश की चारों महिला उपाध्यक्ष के कहने पर उन्हें बदला गया है। प्रदेश महामंत्री और सचिव जैसे पदों पर भी उन्ही उपाध्यक्षों के समर्थकों को बिठाया गया है। साथ ही में कई महिला पदाधिकारियों को इसलिए हटाया गया है चारो उपाध्यक्षों को वो पसंद नही थी।कई वरिष्ठ पदाधिकारी जो वर्षो से उपाध्यक्ष और महामंत्री पद पर रहकर पार्टी को आगे बढ़ाने में लगी रही उन्हे डिमोशन देखकर नीचे पदो पर खिसका दिया गया है। जिससे भारी असंतोष पैदा हो गया है। 
       पिछले 20 वर्षों से पार्टी का काम कर रही जुझारू नेता पवित्र कोर को प्रदेश सचिव पद पर नियुक्त किया गया इससे वह अपने आपको अपमानित महसूस करने के बाद उन्होंने अपना इस्तीफा दे दिया। इसके पीछे कारण साफ है कि एक ,दो वर्ष पूर्व नई नवेली महिला नेत्रियों को महामंत्री जैसे पदों पर नियुक्त कर चारों उपाध्यक्ष और अपने आकाओं को खुश किया गया है।
    अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के उदयपुर चिंतन शिविर में पिछले दिनों जो निर्णय लिए गए थे उन्हें भी विभा पटेल के द्वारा सूची में धता बता दिया गया। सूची में एक जिला अध्यक्ष जो पीसीसी की एक प्रकोष्ठ की अध्यक्ष है उसे फिर से अध्यक्ष बना दिया गया। इसी तरह और भी कई महिलाएं जिनको लेकर एक पद एक व्यक्ति के सिद्धांत का पालन करना था उसे नजरअंदाज करते हुए कईयों को पद दे दिए गए । इन सारी बातों से उपजे विवाद  को समय रहते नही संभाला गया तो महिला कांग्रेस से एकमुश्त बड़ी संख्या में इस्तीफे देकर महिलाए बीजेपी का दामन न थामले, तक काफी देर हो चुकी होगी।