भाजपा का महापौर प्रत्याशी अपनी पहचान का मोहताज, जबकि कांग्रेस का अपनी छवि के दम पर चुनाव लड़ रहा है
उज्जैन।भारतीय जनता पार्टी ने आज उज्जैन नगर निगम महापौर के पद पर मुकेश टटवाल का नाम अधिकृत रूप से घोषित कर दिया , उनका नाम महापौर प्रत्याशी के रूप में आने के साथ ही शहर में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। आम लोगों में चर्चा है कि मुकेश टटवाल पहचान के मोहताज है, जबकि कांग्रेस का प्रत्याशी महेश परमार को आम लोग जानने के अलावा उनकी कार्यशैली से अच्छी तरह से परिचित हे। आज की स्थिति में महेश परमार का पलड़ा भारी दिखाई दे रहा है।भारतीय जनता पार्टी और आर एस एस कब चुनाव परिणाम बदल दे इससे पूरा देश वाकिब है । इसलिए समय का इंतजार करना चाहिए और भविष्य पर दोनो प्रत्याशियों के कारगुजारियो पर निगाहें टिकाए रखें।
नगर निगम चुनाव को लेकर अब कुल 20 दिन बचे हुए हैं, आगामी 6 जुलाई को उज्जैन नगर निगम चुनाव को लेकर मतदान होना है। इसको लेकर दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस और भाजपा अपने अपने स्तर पर राजनीतिक गोटियां बिठाने में लगी हुई है। आम लोगों में चर्चा है कि प्रत्याशी घोषित करने के मामले में कांग्रेस ने जरूर बाजी मार कर एक अच्छा प्रत्याशी उज्जैन शहर को दिया है, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने एक कर्मठ, इमानदार के साथ एक आम कार्यकर्ता को टिकट देकर उन लोगों को भी संदेश दिया है कि भारतीय जनता पार्टी एक आम कार्यकर्ता को टिकट देकर सबको उपकृत करती रही है।
इधर कांग्रेस पार्टी का चुनाव अभियान मंगलवार से शुरु हो चुका है, और महेश परमार को जगह जगह स्वागत सत्कार कर उनके कार्यशेली को लेकर कसीदे काढ़े जा रहे हैं। साथ ही उनकी लोकप्रिय छवि जनता को मोहित किए हुए हैं।इसलिए आगामी इस चुनाव में दोनों की राशि सिंह हो परंतु आज की स्थिति में दोनों अपने अपने स्तर पर अपनी छवि को लेकर चुनाव मैदान में आए हुए है हालाकि कांग्रेस पार्टी में एक गुट विशेष द्वारा शुरू में जरूर विरोध के स्वर उनकी उम्मीदवारी को लेकर पूरे उभरे थे, परंतु कमलनाथ ने सबको डांट कर काम करने की नसीहत दी और कहा कि अगर महेश परमार हार गया है तो मुझे मुंह दिखाने मत आना, इसके बाद से सभी नेता और कार्यकर्ता जी जान से महेश परमार को जिताने के लिए जुट गए है।
इधर भारतीय जनता पार्टी में महापौर प्रत्याशी मुकेश टटवाल का नाम घोषित होने के बाद उनके समर्थक, भारतीय जनता पार्टी का पूरा कुनबा उनके स्वागत सत्कार में लगा हुआ था, जबकि दो दिन पूर्व उनके नाम का मीडिया में आने के बाद भी उन्हें कोई किसी ने तवज्जो नहीं दी और वह अकेले ही दो दिनों से लोगो को स्पष्टीकरण देते रहे कि उन्हें कोई सूचना नहीं है परंतु यही तो भारतीय जनता पार्टी हे जो सबको चौंका देती हे।
इधर आज की स्थिति में दोनों दमदार प्रत्याशी है, कांग्रेस का प्रत्याशी अपनी छवि के दम पर चुनाव मैदान में जंग लड़ रहा है,जबकि भारतीय जनता पार्टी का प्रत्याशी पूरी पार्टी के भरोसे चुनाव मैदान में है, परंतु एक बात जरूर लोगों में अखर रही है कि बीजेपी को बेरवा समाज में अगर किसी को टिकट देना था तो मदनलाल लालावत के अलावा कोई दावेदार महेश परमार को टक्कर देने वाला कोई दूसरा नहीं था।अभी चुनाव दूर है ,रोज नए नए राजनीतिक समीकरण बनते और बिगड़ते रहेंगे और आप पढ़ते रहिए प्रतिदिन चुनावी समीक्षा।